Thursday 10 May 2018

"मैं ढूँढता हूँ जिसे वो जहाँ नहीं मिलता.."

कह कर यह जहाँ छोड़ गए शायर कैफ़ी आज़मी साहब को उनके स्मृतिदिन पर सलाम!

 
- मनोज कुलकर्णी
['चित्रसृष्टी', पुणे]


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